ग्रामीण चिकित्सकों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए राजद और जदयू कार्यालय का किया घेराव

पटना

विपीन कुमार। बिहार में जहां एक ओर नौकरियों की बहार है वहीं दूसरी ओर ग्रामीण चिकित्सक अभी तक सरकारी नौकरी पर ना किए जाने से नाराज हैं। बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नियोजित शिक्षकों को परमानेंट करने का आश्वासन तो दे दिया लेकिन अब जो ग्रामीण चिकित्सक हैं, वह सड़कों पर उतर चुके हैं।

इसी कड़ी में आज ग्रामीण चिकित्सकों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पटना में राजद और जदयू कार्यालय का घेराव कर दिया है।ग्रामीण चिकित्सकों का कहना है कि हमें सरकार की ओर से ही आश्वासन दिया गया था, कि अगर आप CCH कोर्स कर लेते है तो आपका समायोजन हो जाएगा। यानी की आप सरकारी चिकित्सक हो जाएंगे। लेकिन अब तक कुछ हुआ नहीं।

मिला तो सिर्फ आश्वासन। और इसी वजह से आज हम लोग राजद और जदयू कार्यालय का घेराव करने पहुंचे हैं। आक्रोशित ग्रामीण चिकित्सकों ने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी हम इन दरवाजों को नहीं छोड़ेंगे। बहुत भटक चुके लेकिन अब आर पार की लड़ाई होगी।

इतना ही नहीं बिहार सरकार को चेतावनी देते हुए चिकित्सकों ने कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांगे नहीं सुनी, हमारी बातें नहीं मानी गई तो आने वाले 2024 और 25 में सरकार को इसका भारी खामियाजा भुगतना पड़ेगा। वहीं चिकित्सकों में राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को भी राजद कार्यालय में जाने से रोकने का प्रयास किया।

आक्रोशित चिकित्सकों ने जगदानंद सिंह की गाड़ी का राजद कार्यालय के गेट पर ही घेराव कर लिया और जैसे ही जगदानंद सिंह गाड़ी से उतरकर कार्यालय में दाखिल होने के लिए बढ़े वैसे ही ग्रामीण चिकित्सकों ने अपनी मांग रखनी शुरू कर दी। पुलिस ने जब उन्हें वहां से हटाने का प्रयास किया तो उन्होंने वहां से हटने से मना कर दिया और अपना प्रदर्शन जारी रखा।