जंगली भैंसा के हमले में तीन लोग जख्मी, लोगों में भय का माहौल

बिहार

वन कर्मियों के टीम की कर दी गई है तैनाती, ग्रामीणों के आने जाने पर लगाया रोक

बगहा/जेपी श्रीवास्तव। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व से सटे गोबरहिया गांव में जंगली भैंसो के हमले में तीन लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए। तीनों लोग गोबरहिया गांव के मुन्ना मुसहर, जितेंद्र महतो तथा भोला कुशवाहा शामिल है। ग्रामीणों ने बताया कि खेती करनेेे के लिए जैसे ही घर से बाहर निकले गांव के समीप खड़े दो जंगली भैंसोंं ने एक एक कर तीनो लोगों पर हमला कर दिया। भैसो से जान बचाने के लिए पास की नदी में कूदकर गए। जिससे जान बच गई। लेकिन गंभीर रूप से जख्मी हो गए।

इसकी सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम एवं ग्रामीणों के सहयोग से सभी जख्मियों को बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है। इसमें से मुन्ना मुसहर व जितेंद्र महतो की स्थिती गंभीर बताई जा रही है। इस दौरान मदनपुर के वनकर्मी रवि कुमार ने बताया कि घटना वाली जगह पर वन कर्मियों की टीम की तैनाती कर दी गई है। इसमें हर्नाटांड़, गोनौली, वाल्मीकि नगर रेंज के वन कर्मी की तैनाती हुई है।

फिलहाल गांव के लोगों को खेतों के तरफ जाने से रोक लगा दिया गया है। वन कर्मियों की टीम चप्पे-चप्पे पर तैनात है। गांव के बाहर सभी की नजर जंगली भैंसो पर टिका हुआ है। भैंसों की मूवमेंट की जानकारी वरीय पदाधिकारी को दी जा रही है। बता दें कि पिछले 27 मार्च को हर्नाटांड़ में भैंसों की हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। घटना तब हुई थी जब सुबह खेती करने गए गया था तभी किसान को भैंसों ने पटक पटक कर मार डाला था। जिसे लेकर लोग घंटों सड़क जाम किए थे। फिलहाल वन विभाग के लोग कयास लगा रहे हैं कि दोनों भैंसा हर्नाटांड़ क्षेत्र से ही आए हैं।

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