चंपारण : ठेकेदार का हत्यारा दिल्ली से गिरफ्तार, संतोष झा गैंग का निकला शूटर

मोतिहारी

मोतिहारी/राजन द्विवेदी। कानून के लंबे हाथ होते हैं, इस बात को पुलिस टीम ने सच कर दिखाया है। पुलिस टीम ने बीते 6 मई को जिले के फेनहारा प्रखंड स्थित इजोरबारा गांव में रंगदारी नहीं देने पर एक ठेकेदार की हत्या करने वाले हत्यारे को ढूंढ कर दिल्ली से गिरफ्तार किया है। साथ ही उसकी गिरफ्तारी से यह बात भी सामने आई है कि वह संतोष झा गैंग का शूटर था। संतोष झा की हत्या के बाद से ही सीतामढ़ी में रहते हुए गैंग का संचालन कर रहा था। जिसने रंगदारी नहीं देने पर ओमप्रकाश सिंह को 19 गोलियों से भून डाला था। ठेकेदार ओमप्रकाश बिजली विभाग की ठेकेदारी का काम करते थे।

जब वे शिवहर से मुजफ्फरपुर की ओर जा रहे थे, तभी अपराधियों ने उनकी कार को घेर लिया और गोलियों की बौछार कर दी गई थी। कार पर 30 से ज्यादा गोलियों के निशान थे। जबकि ठेकेदार के शरीर पर 19 गोली लगी थी। मामले की पुलिस जांच में जुटी थी और घटना के 19 दिन बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। ठेकेदार हत्याकांड में बिहार पुलिस और दक्षिणी दिल्ली स्पेशल स्टाफ की संयुक्त टीम ने मिलकर हत्यारोपी को दिल्ली से धर दबोचा है। दरअसल हत्या के बाद आरोपी भागकर दिल्ली चला गया था और देवली में छुपा था। गिरफ्तार शख्स की पहचान चंद्रकेतु झा उर्फ टुन्ना के रूप में हुई है, जो सीतामढ़ी का रहनेवाला है।

आरोपी पर बिहार में अपराधियों को अवैध हथियारों की सप्लाई करने के साथ ही व्यवसायियों और कांट्रैक्टरों से रंगदारी वसूलने का आरोप है। डीसीपी चंदन चौधरी ने बताया कि आरोपी पर हत्या के और भी कई मामले हैं। बिहार के दरभंगा में एक इंजीनियर और एक सुपरवाइजर की हत्या में भी इसका हाथ था। इसने शिवहर में भी एक सुपरवाइजर को मौत के घाट उतारा था। दरभंगा के एक व्यवसाथी से रंगदारी मांगने में भी इसकी संलिप्तता सामने आई थी। आरोपी के देवली गांव में छुपे होने की जानकारी पर बिहार पुलिस की एक टीम दिल्ली पहुंची, लेकिन पुलिस को उसके सही ठिकाने की जानकारी नहीं मिली।

इसके बाद एसीपी ऑपरेशन राजेश कुमार के नेतृत्व में स्पेशल स्टाफ के इंचार्ज इंस्पेक्टर धीरज मेहलावत, एएसआई जोगिंदर आदि की टीम एक्टिव हुई और स्थानीय मुखबिरों और टेक्निकल सर्विलांस की सहायता से आरोपी के ठिकाने का पता लगा कर रेड किया और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार गैंगस्टर संतोष झा गैंग के 5-6 शार्प शूटर ने मोतिहारी में शूटआउट में गैंगस्टर मुकेश पाठक गैंग के एक ठेकेदार की 6 मई को गोली मारकर हत्या कर दी थी। जब पीड़ित मुजफ्फरपुर हॉस्पिटल में अपने एक जानकार से मिलने जा रहा था तभी घटना को अंजाम दिया। मामले में फेनहारा थाना में एफआईआर दर्ज हुई थी‌ छानबीन में पता चला कि मुकेश पाठक और संतोष झा दोनों गैंग चलाते थे।

इनका उत्तर बिहार में दबदबा था और इनका नेटवर्क चंपारण, दरभंगा, शिवहर, सीतामढ़ी और मोतिहारी जिला में था. संतोष झा 2014 में बिहार पुलिस के द्वारा गिरफ्तार होकर जेल चला गया। वहीं मुकेश पाठक भी 2015 में जेल चला गया। बाद में मुकेश पाठक और संतोष झा वर्चस्व को लेकर आमने सामने हो गए और 2018 में संतोष झा की सीतामढ़ी कोर्ट कांप्लेक्स मे हत्या कर दी गई। जिसका आरोप मुकेश पाठक पर लगा।

संतोष झा की हत्या के बाद उसके गैंग के दूसरे साथियों ने यह फैसला किया कि इसका बदला वह मुकेश पाठक से लेगा। संतोष झा का गैंग विकास झा चलाने लगा। जिसमे चंद्रकांत पूरा कोर्डिनेशन करता था। फिर मौका देखकर इसी साल मई में मुकेश पाठक के जानकार ठेकेदार की शूटआउट में हत्या कर दी थी। जिसमें यह गैंगस्टर बिहार से फरार होकर दिल्ली में आकर छुपकर रह रहा था।