क्रिकेटर से पैसा लेकर उसके साथ धोखाधडी करने के मामले में सुपर एजेन्ट के खिलाफ एफआईआर

कानपुर

-उन्नाव कोतवाली में दर्ज एफआईआर में यूपीसीए के सुपर सेलेक्टर और एजेन्ट के भाई का नाम भी शामिल

कानपुर, भूपेंद्र सिंह। यूपीसीए के सुपर सेलेक्टर और सुपर एजेन्ट के खिलाफ क्रिकेटर से पैसा लेकर उसके साथ धोखाधडी करने के मामले में एफआईआर दर्ज करवायी गयी है। सुपर एजेन्ट के खिलाफ यह पहली एफआईआर नही दर्ज की गयी है। यूपीसीए की महाप्रबन्धक ने भी उनके खिलाफ एक एफआईआर दर्ज करवायी थी जिसकी जांच भी अभी तक चल ही रही है।

उन्नाव के कोतवाली में सुपर सेलक्टर अकरम सैफी के एजेन्ट अनुराग मिश्रा,व उसके सगे भाई अनुभव मिश्रा के खिलाफ धारा-420,406 और 506 का मुकदमा दर्ज कर उनके खिलाफ जांच शुरु करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। गौरतलब है कि यूपीसीए में क्रिकेटरों को चयनित करवाने के लिए पूरे प्रदेश में कई एजेन्ट अपना काम बखूबी कर रहें है।

पुलिस में दर्ज करवायी गयी एफआईआर में यह दर्शाया गया है कि कानपुर निवासी एक उदीयमान क्रिकेट खिलाड़ी सत्य प्रकाश यादव जो कि प्रदेश की अण्डर 14, 16, 19 एवं 23 में कैंप कर चुके हैं। वह टीम में प्रवेश पाने के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन करते आ रहे थे लेकिन चढावा ने दिए जाने के चलते उनको मुख्य टीम में शामिल होने का अवसर नही मिल पा रहा था।

इसी दौरान उनकी भेंट उन्‍नाव निवासी अनुराग मिश्रा से हो गयी। अनुराग ने सत्य प्रकाश से टीम में चयन करवाने के लिए अकरम सैफी से सम्पर्क करवाने की बात कही। अनुराग मिश्रा ने क्रिकेटर को झांसे में ले लिया और सीधे अमरम सैफी से मिलवाने का काम किया।

अकरम सैफी ने क्रिकेटर से कहा अनुराग जैसा कह रहा है वैसा कर लो, मैं तुम्हें खिलवा दूंगा तत्पश्चात् अनुराग मिश्रा ने सत्‍यप्रकाश से 10,00,000/- रू0 मांगे तो उसने अनुराग मिश्रा को पहले-8,00,000/- रू0 नगद दे दिया, इसके बाद 1,50,000 /- रू० अपने चाचा के एकाउन्ट से आनलाइन ट्रांसफर कर दिया तथा उनके भाई अनुभव मिश्रा को -75,000/ 50 चाचा के एकाउन्ट से आनलाइन ट्रांसफर कर दिया तथा-20,000/- रू0 क्रिकेटर ने अपने पिता महेन्द्र यादव के एकाउन्ट से आनलाइन ट्रासफर कर दिया।

इसके बाद भी टीम में शामिल नही करवाया गया।यही नही अनुराग ने सत्य प्रकाश से मिलना जुलना भी बन्द कर दिया। इस मामले में बात करने के लिए यूपीसीए का कोई भी अधिकारी भी सुनने को तैयार नही है। सत्यप्रकाश के चाचा उपेन्द्र के मुताबिक अनुराग को नगद व ऑनलाइन पैसा ट्रान्सफर किया गया था लेकिन वह भतीजे को धोखे में रखकर केवल पैसा कमाने में लगे हैं। इस गंभीर प्रकरण पर यूपीसीए के एक अधिकारी ने बताया कि अनुराग के बारे में पहले भी शिकायत दर्ज हो चुकी है इसकी आफिशियल जांच भी करवायी जाएगी।