कानपुर देहात को योगी आदित्यनाथ ने दिया तोहफा, तीन विधायकों को बनाया मंत्री

Politics उत्तर प्रदेश कानपुर

कानपुर बीपी प्रतिनिधि। योगी आदित्यनाथ की पिछली सरकार में कानपुर नगर से चार विधायकों को मंत्री बनाया गया था। लेकिन, इस बार एक भी विधायक को मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिल सका है, जबकि कानपुर नगर से इस बार भाजपा के सात विधायक जीते हैं। यहां तक कि सतीश महाना भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं पा सके, जबकि कानपुर देहात के तीन विधायक योगी मंत्रिमंडल में शामिल हुए।

इस बार योगी मंत्रीमंडल में अधिकतर नए चेहरे शपथ लेते नजर आये। कानपुर देहात जिले से कैबिनेट मंत्री के रूप में भोगनीपुर विधायक राकेश सचान और राज्यमंत्री के रूप में सिकंदरा विधायक अजीत पाल एवं अकबरपुर रनियां विधायक प्रतिभा शुक्ला को मौका मिला है।

भाजपा ने इस बार राकेश सचान को कैबिनेट में शामिल करने की बड़ी वजह से कुर्मी वोट बैंक को साधने का प्रयास किया है। राकेश सचान का प्रभाव कानपुर देहात, शहर और फतेहपुर पर भी पड़ेगा। वे फतेहपुर से सांसद भी रह चुके हैं। वहीं प्रतिभा शुक्ला ब्राह्मणों के बीच बड़ा चेहरा बन चुकी हैं। इसके अलावा पाल वोट बैंक में अजीत पाल की मजबूत पकड़ मानी जाती है। उनके पिता स्व. मथुरा प्रसाद पाल भी विधायक रहे चुके हैं।

कैबिनेट मंत्री राकेश सचान और राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला का निवास कानपुर के किदवई नगर मोहल्ले में है, जबकि राज्यमंत्री अजीत पाल का निवास काकादेव में है। चूंकि तीनों ही विधायक कानपुर में निवास करते हैं, इसलिए वे शहर में रहकर भी जनसुनवाई कर सकेंगे।

राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला

राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला अकबरपुर रनियां क्षेत्र से लगातार दूसरी बार विधायक बनी हैं। वे पहली बार 2017 में भाजपा के ही टिकट पर विधायक बनी थीं। वे एमए, बीएड शिक्षित हैं। 2017 के चुनाव से पहले वे अपने पति पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी के साथ भाजपा में शामिल हो गई थीं। जिले में उन्हें पार्टी के प्रमुख ब्राह्मण चेहरे के रूप में जाना जाता है। उनके पति अनिल शुक्ला वारसी 2009 में बसपा से बिल्हौर से सांसद रहे थे।

कैबिनेट मंत्री राकेश सचान ने राजनीतिक पारी की शुरुआत समाजवादी पार्टी से की थी। उनकी फतेहपुर के साथ ही कानपुर देहात व कानपुर नगर में अच्छी पकड़ मानी जाती है। कुर्मियों के प्रभावशाली नेता के रूप में उनकी पहचान है। यही कारण है कि सपा के बाद कांग्रेस ने भी उनको हाथोंहाथ लिया। चुनाव से पहले जब वे भाजपा में शामिल हुए तो उन्हें टिकट देने में देरी नहीं की गई।

कैबिनेट मंत्री राकेश सचान

वे घाटमपुर विधानसभा क्षेत्र से दो बार सपा से विधायक चुने जा चुके हैं। वे 2009 में फतेहपुर सीट से समाजवादी पार्टी से सांसद भी रहे। वे वर्ष 2022 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए और भोगनीपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए। राकेश सचान कानपुर देहात की सिकंदरा विस सीट से अपनी पत्नी सीमा सचान को चुनाव मैदान में उतार चुके हैं।

राज्यमंत्री अजीत पाल

राज्यमंत्री अजीत पाल कानपुर देहात की सिकंदरा सीट से लगातार दूसरी बार विधायक बने हैैं। योगी सरकार के प्रथम कार्यकाल में वे इलेक्ट्रानिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री थे। इनके पिता मथुरा पाल सिकंदरा से 2017 में चुनाव जीते थे, लेकिन उसी वर्ष निधन हो जाने के बाद उपचुनाव में अजीत पाल विधायक बने थे। अजीत पाल एमटेक तक शिक्षित हैं। वे विदेश में भी इंजीनियर रहे। पिता के निधन के बाद वे राजनीति में आए।

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