कैरियर बनाने के प्रेशर में युवा हो रहे हृदय रोगी : डॉ. मोहम्मद जमील

Health उत्तर प्रदेश कानपुर

-हाइटेक शिक्षा के लोड से बिगड़ रही है दिनचर्या
-लैपटॉप व कंप्यूटर का उपयोग भी हुआ घातक
-आंख और हृदय तेजी से हो रहे कमजोर
-अचानक हृदय रोग में युवाओं का बढ़ा ग्राफ
अखिलेश मिश्रा/कानपुर।
हायर एजूकेशन और कैरियर बनाने की होड़ में युवा बड़ी संख्या में लैपटॉप और कंप्यूटर का उपयोग देर रात तक करते हैं। इस कारण उनकी दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित हो रही है, जिसका परिणाम यह हो रहा है कि अचानक युवाओं में ह्दयरोग तेजी से पनपने लगा है। इधर, कुछ सालों में बड़ी संख्या में युवा हार्ट की समस्या को लेकर विशेषज्ञों के सम्पर्क में आ रहे हैं।

शहर के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर मोहम्मद जमील ने बताया कि पहले हार्ट की परेशानी एक उम्र के बाद आती थी, लेकिन इधर कुछ सालों में युवाओं का अचानक ग्राफ बढ़ा है। विशेषज्ञ डाक्टर जमील ने बताया कि वर्तमान समय में आधुनिकता युवाओं पर हावी है, जिस कारण युवा पीढी कम समय में अधिक मेहनत करके अपने हर सपने को पूरा करना चाहती है।

इसका परिणाम यह है कि वे दिन-रात लैपटाप और इंटरनेट का सहारा लेकर अपने टारगेट के लिए व्यस्त रहते है। इसके अलावा परिवार का भी एक अलग कैरियर को लेकर दबाव रहता है, जिस कारण युवा अवसाद के शिकार भी हो रहे है। नींद पूरी न होना अपने आप में ही बीमारी को आमंत्रित करना है।

वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर मो. जमील की मानें तो पहले युवा उम्रदराज की अपेक्षा मात्र पांच प्रतिशत तक ही हार्ट रोगी होते थे। लेकिन, विगत पांच सालों में यह 20 से 30 परसेंट पहुंच गया है, जो वर्तमान स्थितियों के हिसाब से ठीक नहीं है।

अचानक युवाओं में हार्ट की परेशानी बढने से चिकित्सका जगत भी हैरान है। युवाओं में बीमारी का बढा कारण शरीरिक श्रम न करना भी है। अत्याधिक तनाव लेने के कारण युवा अपने लक्ष्य पाने से पहले ही धराशायी हो रहे है।

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चिकित्सक ने बताया कि युवा नयी उम्र में बीमारियों से बचने के लिए योगासन और व्यायाम करें और पढाई के अलावा अपनी दिनचर्या को दुरूस्त रखें। समय से पूरी नींद ले और खानपान में भी लापरवाही न बरतें, जिससें अपने माता-पिता के सपने को पूरा करने के लिए पूरी तरह फिट रहे।