पूर्णियां के कस्बा में अवस्थित है तीन सौ साल पुरानी गुप्त काली मंदिर

पूर्णियाँ

राजेश झा। कहते हैं कि माता सती के शरीर के 52 खंड में एक खंड यहां भी गिरा है, जिस कारण इसे गुप्त काली मंदिर कहते हैं । यहां जहां माता वैष्णो देवी की तरह गुफा बनाकर उसमें देवी देवताओं के प्रतिमा स्थापित की गई है । वहीं 108 देवी देवताओं की प्रतिमा इस मंदिर में स्थापित है।

गुप्त काली मंदिर के पुजारी शंकर पंडित ने कहा कि करीब 300 सालों से यह मंदिर है। यहां काली पूजा के मौके पर विशेष पूजा तो होती ही है साथ ही चारो नवरात्रा में विशेष पूजा अर्चना होती है। खास बात यह है कि यहां सालों भर जयंती रहती है।

पुजारी ने कहा कि माता ज्वालामुखी से अखंड ज्योति लाया गया है जिस कारण सालों भर यहां अखंड ज्योति जलता रहता है। वहीं मंदिर में पूजा करने आए श्रद्धालु चंद्र प्रसाद साह ने कहा कि यहां नेपाल, बंगाल, बिहार के अन्य क्षेत्रों समेत दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।

सबकी मनोकामनाएं भी पूरी होती है। यहां के वैष्णो देवी गुफा और माता का पिंड काफी खास है। यहां तंत्र मंत्र से लोगों का इलाज भी होता है।