हरमोहन सिंह यादव की 10वीं पुण्यतिथि आज, पीएम 15 मिनट तक वर्चुअली करेंगे संबोधित, मुलायम सिंह को बनाया नेता

उत्तर प्रदेश कानपुर

कानपुर, बीपी प्रतिनिधि। हरमोहन सिंह यादव की आज 10वीं पुण्यतिथि है। कानपुर में हो रहे कार्यक्रम में यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा पहुंचे हैं। उन्होंने दीप जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की है। खास बात ये है कि पीएम मोदी भी इस कार्यक्रम को करीब 15 मिनट तक वर्चुअली संबोधित करेंगे। विधान परिषद के पूर्व सभापति और हरमोहन सिंह के बेटे सुखराम सिंह यादव ने बताया कि पंडाल में एक साथ 5000 लोग बैठ सकेंगे।

यह सभा मेहरबान सिंह का पुरवा में एसएस कॉलेज के मैदान में होगी। पहले पीएम मोदी को इस कार्यक्रम में आना था। इसके साथ ही आनंदेश्वर मंदिर में पूजा का भी कार्यक्रम था। राष्ट्रपति की शपथ के कारण कार्यक्रम स्थगित हो गया। अब पीएम मोदी इस कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करेंगे।

हरमोहन सिंह ने अपने गांव से राजनीति में दखल रखा। गांव के प्रधान बने। हरमोहन सिंह यादव लंबे समय तक राजनीति में सक्रिय रहे। MLC रहे, MLA रहे, राज्यसभा सदस्य भी बने। अखिल भारतीय यादव महासभा के अध्यक्ष भी रहे। अपने बेटे सुखराम सिंह की मदद से कानपुर और उसके आसपास कई शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की। 1984 के सिख विरोधी दंगों के दौरान कई सिखों को बचाने के लिए हरमोहन सिंह यादव को 1991 में शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था।

मुलायम सिंह को बनाया नेता
हरमोहन सिंह यादव सपा के महत्वपूर्ण नेताओं में से एक थे। मुलायम सिंह से उनके करीबी संबंध थे। मुलायम सिंह को भी हरमोहन सिंह पर पूरा भरोसा था। हरमोहन सिंह का रुतबा ऐसा था कि वो खुद राज्यसभा सदस्य रहे, उनके बेटे सुखराम सिंह भी राज्यसभा के सदस्य रहे, विधान परिषद के सभापति भी रहे। हालांकि 2022 विधानसभा चुनाव के पहले हरमोहन सिंह के पौत्र मोहित बीजेपी में शामिल हो गए। मुलायम सिंह के वक्त हरमोहन सिंह को मिनी सीएम कहा जाता था।

बता दें कि 2012 में हरमोहन सिंह यादव का देहांत हो गया था। कहा जाता है कि इसके बाद से ही धीरे-धीरे सपा और इस परिवार के बीच दूरियां आने लगीं। मुलायम सिंह जब तक सक्रिय रहे तब तक तो सब ठीक रहा। कमान अखिलेश के हाथों में आते ही संवाद कम होने लगा।