कन्नौज सदर में भाजपा ने सपा के समीकरण बिगाड़े

कानपुर
  • अनिल दोहरे की ओवर हैट्रिक रोकेंगे असीम
  • कन्नौज सदर से असीम के समर्थन में संजय जाटव ने दावेदारी वापस ली
  • चुनावी राजनीति में जाने को वीआरएस लिया पुलिस कमिश्नर ने
  • तिर्वा निवासी असीम का कन्नौज से लड़ना लगभग तय
  • मंत्री सतीश महाना और एमएलए मैथानी ने किया स्वागत

चुनाव डेस्क। कानपुर के पहले पुलिस कमिश्नर असीम अरुण के वीआरएस लेकर भाजपा में शामिल होकर चुनावी राजनीति में उतरने की खबर ने कन्नौज सदर (सु) विधानसभा क्षेत्र में न केवल दावेदारों के समीकरण बदल दिए बल्कि भाजपा के इस अप्रत्याशित सियासी पत्ते से सपा भी भौचक है। भाजपा से इसी विस क्षेत्र से टिकट के मजबूत दावेदार एडवोकेट संजय सिंह जाटव ने तो असीम के समर्थन में दावेदारी वापस लेने की घोषणा कर दी है।

संजय कानपुर से 1977 में जनता पार्टी की टिकट से सीसामऊ (तब (सुरक्षित) विधायक चुने गए थे। यहां से दूसरे मजबूत दावेदार बनवारीलाल दोहरे हैं। यहां से सपा के अनिल दोहरे जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं। उनके सामने असीम अरुण कद्दावर कंडीडेट हो सकते हैं।इत्र की नगरी कन्नौज का स्वर्णिम इतिहास रहाहै। कन्नौज सदर विधान सभा क्षेत्र सुरक्षित सीट है।

यहां इत्र कारोबार के साथ साथ आलू की खेती बड़े पैमाने पर होती है। कारोबारी सपा एमएलसी पम्पी जैन और कथित सपा समर्थक पीयूष जैन के यहां छापे के बाद कन्नौज सुर्खियों में है। जिले में व्यापारियों के लिए इत्र उद्योग और किसानों के लिए आलू की फसल बड़ा मुद्दा है। 1997 में फरुखाबाद ज़िले से कटकर कन्नौज जिला बना था। तत्कालीन बसपा सरकार में मुख्यमंत्री रही मायावती के कार्यकाल में जिला बना था।

ज़िले की तिर्वा विधानसभा क्षेत्र में सबसे बड़ा मुद्दा मेडिकल कालेज, कैंसर इंस्टीटूट, कार्डियोलॉजी अस्पताल व मेडिकल कालेज है। किसान बाजार, 1 लाख लीटर प्रति दिन क्षमता वाले काऊ मिल्क प्लांट की शुरुआत न होना भी मुद्दा है। छिबरामऊ विधानसभा क्षेत्र में आलू बड़ा मुद्दा है वही कन्नौज विधानसभा क्षेत्र में इत्र उद्योग का उत्थान बड़ा मुद्दा रहेगा। कन्नौज को योगी सरकार ने ओडीओपी योजना में रखा है पर किया कुछ नहीं। यहां सड़क चौड़ीकरण और परफ्यूम पार्क विकसित न होना भी बड़ा मुद्दा है।

2007 विधानसभा चुनाव की बात करें तो कन्नौज विधानसभा में समाजवादी पार्टी के विधायक अनिल दोहरे चुनाव जीते थे इनको 49740 वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर बहुजन समाज पार्टी के कल्याण सिंह दोहरे रहे थे इनको 41327 वोट मिले थे। 2012 कन्नौज विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के अनिल दोहरे जीते थे इनको 95710 वोट मिले थे जबकि दूसरे स्थान पर बसपा के महेंद्र निम रहे इनको 50020 वोट मिले थे।

2017- 18 कन्नौज विधान सभा सीट चुनाव में सपा के अनिल दोहरे लगातार तीसरी बार विधायक चुने गए। इनको 99635 वोट मिले जबकि दूसरे स्थान पर भाजपा के बनवारी लाल दोहरे रहे। इनको 97181 वोट मिले। कन्नौज सदर ब्राह्मण और मुस्लिम बाहुल्य है। फिलहाल यहां पर सपा, भाजपा और बसपा का त्रिकोणीय मुकाबला संभव है।सूत्र बताते हैं कि भाजपा असीम अरुण को यहां से उतार सकती है।